HBSE Class 11 History इतिहास (हरियाणा बोर्ड) Chapter-4 तीन वर्ग Notes
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HBSE Class 11 History Chapter-4 तीन वर्ग
नोवीं सदी तक कैसे एशिया ओर यूरोप के अधिकांश भागों में विशाल साम्राज्यों का विकास ओर विस्तार हुआ।
इन साम्राज्यों में से कुछ यायावरों के थे, कुछ विकसित शहरों ओर उन शहरों के व्यापारी तंत्रों पर आधारित थे।
मकदूनिया, रोम, अरब साम्राज्य, मंगोल साम्राज्य ओर उनसे पूर्व आने वाले साम्राज्यों (मिस्र, असीरिया, चीनी और मोर्य) में यह अंतर था कि यहाँ दिए गए पहले चार साम्राज्य विस्तृत क्षेत्रों में फेले हुए थे और महाद्वीपीय एवं पारमहाद्वीपीय स्वरूप के थे।
साम्राज्य-निर्माण की दिशा में लंबे समय से उन मूल क्षेत्रों में निहित थे जहाँ से ये साम्राज्य फैलने लगे।
विश्व इतिहास में परंपराएँ विभिन्न तरीकों से बदल सकती हें।
पश्चिमी यूरोप में नौवीं से सत्रहवीं सदी के मध्य ऐसा बहुत कुछ धीरे-धीरे विकसित हुआ जिसे हम ' आधुनिक समय ' के साथ जोड़कर देखते हैं। इन कारकों में धार्मिक विश्वासों पर आधारित होने की अपेक्षा प्रयोगों पर आधारित वैज्ञानिक ज्ञान का विकास, लोक सेवाओं के निर्माण, संसद और विभिन्न कानूनी धाराओं के सृजन पर ध्यान देते हुए सरकार के संगठन पर गहन विचार और उद्योग व कृषि में प्रयोग आने वाली तकनीक में सुधार शामिल हैं। इन परिवर्तनों के परिणाम यूरोप के बाहर भी पुरजोर तरीके से महसूस किये गए।
पाँचवीं सदी में पश्चिम में रोमन साम्राज्य विघटित हो गया था। पश्चिमी और मध्य यूरोप में रोमन साम्राज्य के अवशेषों ने धीरे-धीरे अपने को उन कबीलों की प्रशासनिक आवश्यकताओं और अपेक्षाओं के अनुसार ढाल लिया था, जिन्होंने वहाँ पर राज्य स्थापित कर लिए थे। पूर्वी यूरोप, पश्चिमी एशिया एवं उत्तरी अफ्रीका को तुलना में पश्चिमी यूरोप में नगरीय केंद्र छोटे थे।
नोवीं सदी तक, पश्चिमी और दक्षिणी यूरोप के वाणिज्यिक और शहरी केन्द्र-एक्स, लंदन,के बीच उत्तर पश्चिमी रोम व सियना यद्यपि छोटे थे तथापि उनका महत्त्व कम नहीं था। नोवीं से ग्यारहवीं सदी के मध्य यूरोप के क्षेत्रों पर पश्चिमी यूरोप के ग्रामीण क्षेत्रों में कई महत्त्वपूर्ण परिवर्तन हुए। चर्च व शाही शासन ने वहाँ के आक्रमण करने के बाद कबीलों के प्रचलित नियमों ओर रोमन संस्थाओं में सामंजस्य स्थापित करने में मदद की। इसका वहाँ बस गए। इनमें से सबसे अच्छा उदाहरण पश्चिमी और मध्य यूरोप में नोवीं सदी के प्रारंभ में शार्लमेन का साम्राज्य अधिकांश लोग समुद्री. था। इसके शीघ्र पतन के पश्चात भी हंगरीवासियों व वाइकिंग लोगों के भयंकर आक्रमणों के दस्यु और व्यापारी थे। बावजूद, ये नगरीय केंद्र व व्यापार तंत्र बने रहे।
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