आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा रजि न 1919

आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा रजि न 1919
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जिला कमेटी  हिसार
क्रमांक :-                                                                                                     दिनांक  04.01.2014    
सेवा में, 
माननीय मुख्यमंत्री          मार्फत :-
हरियाणा सरकार चण्डीगढ 
विषय :- आशा वर्कर्स की मांगों बारे ज्ञापन |
आदरणीय महोदय,
                  हम  आशा वर्कर्स आपके समक्ष अपनी मांगो एवं समस्याओं के बारे यह ज्ञापन -पत्र प्रस्तुत करती है | हमने बार- बार अपनी मांगों का ज्ञापन- पत्र आपको भेजा है |  _______________ को हुई मीटिंग में हमारी मांगों पर आपके साथ विस्तृत चर्चा भी हुई थी | आपने इस मीटिंग में हमें आश्वासन भी दिया था कि आशाओं को मोबाइल फ़ोन दिया जायेगा व  ड्रेस भी दी जायेगी और हरियाणा की आशाओं को देश में नम्बर वन  बनाया जायेगा | परन्तु ऐसा कुछ भी नहीं हुआ ,उल्टे आशाओं को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को भी काट दिया गया है | जिससे हरियाणा की  आशा  वर्कर नम्बर वन  तो नहीं लास्ट जरुर बन गई  है | आशाओं के काम में लगातार बढ़ोतरी हो रही है | प्रधानमंत्री एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा भी आशाओं को नर्स  बनाने और उनका वेतन फिक्स करने के बयान आते रहे है | इससे आशाओं में उम्मीद की  किरण जगी थी | परन्तु गोहाना रैली में आशाओं को कोई मानदेय न दिया जाने और यहाँ तक कि स्वास्थ्य विभाग की  योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागु करने , जच्चा-बच्चा की सुरक्षित प्रसूति करवाने और नियमित टीकाकरण में आशाओं के सराहनीय योगदान के बावजूद रैली में आशाओं का नाम तक नहीं लिया गया | यह काफी खेदजनक है ,इससे आशाओं में दुःख एवं गहरा रोष व्याप्त है | आशाओं की  इस घोर अनदेखी और भेदभाव के खिलाफ हम आशा वर्कर अपना रोष प्रकट करती है और मांग करती है कि :
1.      जिस प्रकार आंगनबाड़ी मिड डे  मील को राज्य के बजट से कुछ राह्त प्रदान की  गई  है | उसी तरह आशा वर्कर्स को भी मानदेय दिया जाए |
2.      आशाओं कि कटी हुई प्रोत्साहन राशियों को तुरंत वापस किया जाये |
3.      आशाओं को ड्रेस और मोबाइल फोन दिया जाए |
4.      सामाजिक सुरक्षा लाभ मुहैया करवाया जाये |
5.      स्वास्थ्य के ढांचे में संस्थागत सुधार किया जाये |
6.      आशाओं की  भर्ती कम से कम एक हजार की आबादी पर होनी चाहिए |
7.      आशाओं को नियमित कर्मचारी का दर्जा दिया जाये व  न्यूनतम वेतन Rs. 15000/- किया जाये |
8.      आशाओं के उत्पीड़न पर रोक लगाई जाये |
9.      प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आशाओं के लिए विश्राम कक्ष  होने चाहिए |
10.   आशाओं को स्टाफ का दर्जा दिया जाये |
सहयोग की  आशा में
प्रधान                                                                                                                                 सचिव                                                                                                                                                  
जिला कमेटी  हिसार

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